Breaking News
ट्रेंडिंग न्यूज़देवरिया न्यूज़उत्तर प्रदेश न्यूज़राष्ट्रीय न्यूज़अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़राजनीतिक न्यूज़अपराधिक न्यूज़स्पोर्ट्स न्यूज़एंटरटेनमेंट न्यूज़बिज़नस न्यूज़टेक्नोलॉजी अपडेट लेटेस्ट गैजेट अपडेटमौसम

असम: कार्बी आंगलोंग हिंसा में दो की मौत, हालात काबू में; सेना ने किया फ्लैग मार्च

Published on: December 25, 2025
Assam Two killed in Karbi Anglong violence
द देवरिया न्यूज़,नई दिल्ली/दिफू : असम के कार्बी आंगलोंग और वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिलों में हिंसा के बाद बुधवार को हालात फिर तनावपूर्ण हो गए। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सेना की तैनाती की गई और संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च कराया गया। राज्य पुलिस प्रमुख के मुताबिक फिलहाल हालात काबू में हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

हिंसा में दो की मौत, 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल

मंगलवार को भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 25 वर्षीय दिव्यांग सूरज डे शामिल हैं, जिनका शव उनके घर के पास एक जली हुई दुकान से बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार, दृष्टिबाधित होने के कारण वह समय पर वहां से निकल नहीं सके। दूसरे मृतक चिंगथी तिमुंग स्थानीय कार्बी समुदाय से थे, जिन्हें हिंसा नियंत्रित करने के दौरान पुलिस की गोली लगी। असम के डीजीपी हरमीत सिंह ने बताया कि इस घटना में वरिष्ठ अधिकारियों सहित 60 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

सुरक्षा कड़ी, इंटरनेट बंद

तनाव को देखते हुए कार्बी आंगलोंग और वेस्ट कार्बी आंगलोंग में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। अतिरिक्त पुलिस बल और सीआरपीएफ की तैनाती की गई है।

हिंसा की वजह क्या है?

मौजूदा हिंसा की तात्कालिक वजह वेस्ट कार्बी आंगलोंग के फेलंगपी इलाके में प्रोफेशनल ग्रेजिंग रिजर्व (PGR) और विलेज ग्रेजिंग रिजर्व (VGR) की जमीनों से कथित अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर चल रही भूख हड़ताल है। नौ लोगों ने दो सप्ताह से अधिक समय तक अनशन किया था। सोमवार को स्वास्थ्य कारणों से उन्हें हटाए जाने को स्थानीय लोगों ने गिरफ्तारी समझ लिया, जिससे आक्रोश भड़क उठा और हिंसा फैल गई।

पीजीआर-वीजीआर का विवाद

कार्बी आंगलोंग छठी अनुसूची के तहत गठित कार्बी आंगलोंग ऑटोनोमस काउंसिल (KAAC) के अधिकार क्षेत्र में आता है। पीजीआर और वीजीआर अंग्रेजी काल से चिह्नित चारागाह हैं। कार्बी समुदाय का आरोप है कि इन जमीनों पर बाहरी लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है, जबकि वहां रहने वाले लोग दशकों से निवास का दावा करते हैं।

पुराना विवाद और अदालत में मामला

फरवरी 2024 में केएएसी ने अतिक्रमण हटाने की घोषणा की थी, लेकिन इस पर गुवाहाटी हाई कोर्ट में पीआईएल लंबित है। इसी मुद्दे पर पहले भी प्रदर्शन हो चुके हैं। मौजूदा हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने केएएसी के चीफ एग्जिक्यूटिव मेंबर तुलीराम रोंघंग के पुश्तैनी घर को भी आग के हवाले कर दिया। प्रशासन का कहना है कि हालात पर नजर रखी जा रही है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

इसे भी पढ़ें : देवरिया: पारिवारिक कलह से परेशान युवक ने फांसी लगाकर दी जान, पुलिस जांच में जुटी

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Reply