समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने जानलेवा सिरप आपूर्ति को लेकर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“सरकार की नाक के नीचे जानलेवा सिरप की आपूर्ति अस्पतालों, जेलों और घरों तक में हो रही है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय चुप्पी साधे बैठा है। इस मौन के कारण किसको क्या लाभ मिल रहा है? और किसकी इस घुट्टी के घोटाले में संलिप्तता है — इसकी तत्काल जांच होनी चाहिए।”
उन्होंने आगे लिखा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कोई सत्ता से निकटता का नाजायज फायदा उठाकर इस तरह के नकली या घातक सिरप की आपूर्ति कर रहा है।
“भाजपा का भ्रष्टाचार अब लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है”
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार अब जनजीवन और स्वास्थ्य सुरक्षा तक को प्रभावित कर रहा है।
उनके मुताबिक,
“जिसका भी इस सिरप घोटाले से मुनाफाखोरी का रिश्ता है, उसे उजागर किया जाए और दंडात्मक कार्रवाई हो। भाजपा सरकार में हर विभाग में भ्रष्टाचार का जो पहाड़ खड़ा हो रहा है, उसका मूल कारण वसूली करने वाले नहीं हैं, बल्कि वे सत्ताधारी लोग हैं, जो वसूली करवा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार के भीतर ‘पद की प्रधानता’ को लेकर चल रही प्रतिस्पर्धा के चलते विभागों में गहरी अव्यवस्था और भ्रष्टाचार फैला है।
“वसूली, घूस और कमीशन से बन रही महापद की तैयारी”
सपा प्रमुख ने अपने बयान में आगे कहा कि भाजपा और उसके सहयोगियों की “महाकोष परंपरा” अब खुलकर सामने आ रही है।
उनके शब्दों में,
“वसूली, घूस, कमीशन और चंदे से जमा किए जा रहे अकूत धन से दरअसल ‘महापद’ की तैयारी हो रही है। भाजपा की यही परंपरा रही है कि जिसके पास सबसे बड़ा कोष होगा, वही शीर्ष पद का दावेदार बनेगा।”
अखिलेश ने आरोप लगाया कि इस आंतरिक सत्ता संघर्ष की वजह से देश की जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है।
“इस रस्साकशी में हर चीज का दाम बढ़ रहा है — आखिर में नुकसान जनता का ही हो रहा है,” उन्होंने कहा।
तत्काल जांच की मांग
अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जानलेवा सिरप घोटाले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आखिर इस कांड से कौन लोग लाभान्वित हुए और सत्ता से किनके संबंध हैं।
उन्होंने कहा,
“यह मामला केवल स्वास्थ्य का नहीं, बल्कि शासन की नीयत का भी है। भाजपा को बताना चाहिए कि इस पूरे प्रकरण में आखिर इतनी चुप्पी क्यों है?”
विपक्ष का आरोप, सरकार की जवाबदेही पर उठे सवाल
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्ष लगातार यह आरोप लगा रहा है कि भाजपा शासन में भ्रष्टाचार, वसूली और घोटालों की श्रृंखला लगातार बढ़ रही है। वहीं, भाजपा की ओर से अब तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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