द देवरिया न्यूज़ ,देवरिया। जिले के बघौच घाट थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 50 वर्षीय गंगा सागर की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब वे साइकिल से अपने ससुराल लौट रहे थे। पकड़ियार मोड़ के पास एक अज्ञात वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
जानकारी के अनुसार, गंगा सागर प्रसाद अपने ससुराल रामपुर महुआ बारी में रहते थे। शुक्रवार देर शाम वे किसी निजी कार्य से मलसी चौराहा गए थे। वहां से काम निपटाने के बाद जब वे रात में साइकिल से लौट रहे थे, तभी पथरदेवा-बघौच घाट मुख्य मार्ग पर पकड़िया मोड़ के पास यह हादसा हो गया। पीछे से आ रहे तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी।
टक्कर लगते ही गंगा सागर सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास मौजूद लोगों ने तत्काल एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी। स्थानीय लोगों की मदद से घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पथरदेवा पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए देवरिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद गंगा सागर प्रसाद को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर सदर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक गंगा सागर प्रसाद अपने ससुर गुंजा प्रसाद के इकलौते दामाद थे। उनके परिवार में एक बेटा राजन प्रसाद है। हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने बताया कि अज्ञात वाहन की तलाश की जा रही है और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि वाहन और चालक की पहचान की जा सके। अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लगातार हो रही दुर्घटनाओं से बढ़ी चिंता
स्थानीय लोगों का कहना है कि पकड़ियार मोड़ पर सड़क का तीखापन और संकेतक बोर्डों की कमी हादसों का मुख्य कारण है। रात के समय यहां दृश्यता कम हो जाती है, जिससे वाहन चालक अक्सर नियंत्रण खो बैठते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह मोड़ अब “खूनी मोड़” के नाम से जाना जाने लगा है। लोगों ने जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि इस मोड़ पर जल्द से जल्द सुरक्षा इंतज़ाम किए जाएं — जैसे चेतावनी बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था — ताकि आम जन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए तो यह मोड़ आगे भी कई परिवारों को उजाड़ सकता है। जनमानस की अपेक्षा है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान देकर स्थायी समाधान निकाले, जिससे इस मार्ग पर यात्रा करने वाले लोगों को किसी भी प्रकार का खतरा न हो।
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