बिहार में आज INDIA गठबंधन द्वारा आहूत ‘बिहार बंद’ का व्यापक असर पूरे राज्य में देखा गया। मतदाता गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया के खिलाफ यह बंद बुलाया गया था, जिसमें पटना से लेकर दरभंगा, आरा, जहानाबाद, पूर्णिया, और अररिया तक जोरदार प्रदर्शन, रेल और सड़क मार्ग बाधित, और कई जगहों पर आगजनी व गिरफ्तारियां हुईं।
गठबंधन का आरोप है कि राज्य सरकार और चुनाव आयोग मिलकर गरीबों, प्रवासियों और अल्पसंख्यकों के वोटिंग अधिकार छीनने की साजिश कर रहे हैं। बंद को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं का समर्थन मिला।
📍 प्रदर्शन के मुख्य बिंदु:
पटना में इनकम टैक्स चौराहा और दानापुर में RJD और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
पूर्णिया में पप्पू यादव के समर्थकों ने सचिवालय हॉल्ट पर ट्रेन रोक दी।
अररिया के फारबिसगंज स्टेशन पर ट्रेन रोकने पर 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
दरभंगा में नमो भारत ट्रेन को रोका गया।
आरा-बक्सर रेलखंड पर बिहिया स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया।
जहानाबाद में राजद कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक जाम किया।
हाजीपुर-पटना मुख्य मार्ग पर चक्का जाम और आगजनी हुई।
🛑 क्या है विरोध का कारण?
INDIA गठबंधन का आरोप है कि बिहार में चल रही मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया में सरकार 11 ऐसे दस्तावेजों की मांग कर रही है जो गरीबों और मजदूर वर्ग के पास नहीं हैं।
राजद, कांग्रेस, भाकपा माले, भाकपा, माकपा और अन्य दलों का कहना है कि यह कदम गरीबों, दलितों और प्रवासी मजदूरों को मताधिकार से वंचित करने की साजिश है।
⚖️ विवाद सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा
राजद सांसद मनोज झा और तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें मतदाता पुनरीक्षण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।
सुनवाई 10 जुलाई को होनी है।
🛡️ प्रशासनिक इंतज़ाम और अलर्ट
पटना में 50 मजिस्ट्रेट और 600 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
महात्मा गांधी सेतु सहित प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
किसी भी प्रकार की हिंसा या अराजकता को रोकने के लिए प्रशासन ने सख्ती से निपटने की चेतावनी दी है।
🔥 प्रदर्शन की झलकियां:
पटनाः आयकर गोलंबर से लेकर सचिवालय तक राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने पदयात्रा की।
दानापुर-मनेरः NH-30 को जाम कर टायर जलाए गए, ‘वोटबंदी नहीं चलेगी’ के नारे लगे।
समस्तीपुर, जहानाबाद, हाजीपुर: सुबह से ही चक्का जाम और ट्रैक जाम की सूचना।
खगड़ियाः राजेंद्र चौक पर नुक्कड़ सभा में चुनाव आयोग के खिलाफ नारेबाजी।
👥 गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई
फारबिसगंज में 12 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें 5 को न्यायिक हिरासत में पूर्णिया भेजा गया।
आरपीएफ ने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति ट्रेन रोकना कानूनन अपराध है।
🎓 बंद के कारण निजी स्कूल बंद
बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए संत जेवियर्स, संत माइकल्स, संत जोसेफ समेत पटना के अधिकांश निजी स्कूल बंद रहे।
💬 विरोधियों की मांग:
मतदाता पुनरीक्षण को विधानसभा चुनाव के बाद तक टालने की मांग
दस्तावेजी प्रक्रिया को सरल बनाने की अपील
मतदाता अधिकार को बचाने की संवैधानिक गारंटी सुनिश्चित करने की मांग
📌 निष्कर्ष:
आज का बिहार बंद सिर्फ एक राजनीतिक विरोध नहीं बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों को लेकर बड़ा जनांदोलन बन गया। जहां एक ओर विपक्ष सरकार पर लोकतंत्र कमजोर करने का आरोप लगा रहा है, वहीं प्रशासन इसे कानून व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती के रूप में देख रहा है।
10 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई इस मुद्दे के भविष्य को तय करने में अहम साबित हो सकती है।
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