होलसेल पटाखा विक्रेताओं के अनुसार, दीपावली से पहले ही बाजार में पटाखों की जबरदस्त मांग देखने को मिली। पिछले एक सप्ताह में लगभग चार करोड़ रुपये के पटाखों की बिक्री हुई। इनमें से अधिकांश खरीद फुटकर दुकानदारों और ग्राहकों ने की। अनुमान है कि सोमवार रात लगभग तीन करोड़ रुपये के पटाखे जलाए गए।
त्योहार को देखते हुए जिला प्रशासन ने देवरिया शहर, सलेमपुर, भाटपाररानी, रुद्रपुर, बरहज और पथरदेवा सहित कई स्थानों पर अस्थायी पटाखा बाजार लगाए थे। सुरक्षा के लिए फायर ब्रिगेड और पुलिस बल की विशेष तैनाती की गई थी ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
होलसेल व्यापारी गोविंद ने बताया कि महंगाई के बावजूद लोगों में उत्साह कम नहीं था। छोटे बच्चों के लिए फुलझड़ी, चकरी, अनार और रॉकेट की सबसे ज्यादा बिक्री हुई। वहीं, बड़े पटाखों की बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
दीपावली पर फूल बाजारों में भी खूब रौनक रही। फूल कारोबारी अजय कुमार ने बताया कि इस वर्ष गेंदा, गुलाब और रजनीगंधा की मांग सबसे अधिक रही। हालांकि दामों में 20 से 30 प्रतिशत तक वृद्धि हुई, फिर भी बिक्री पर इसका खास असर नहीं पड़ा। जिलेभर में करीब एक करोड़ रुपये से अधिक का फूल कारोबार हुआ।
मंदिरों, घरों और चौक-चौराहों को फूलों और रोशनी से सजाया गया। गेंदा माला 100 से 150 रुपये प्रति माला, जबकि गुलाब की पंखुड़ियां 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकीं।
लोगों ने माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के साथ अपने घरों को दीपों, रंगीन लाइटों और फूलों से सजाकर समृद्धि और खुशहाली की कामना की।