द देवरिया न्यूज़ :देवरिया के बीएसए कार्यालय में एक गंभीर मामला सामने आया है। सदर विकासखंड के कंपोजिट विद्यालय बढ़या बुजुर्ग में तैनात शिक्षिका शशिबाला वर्मा 31 मार्च 2024 को सेवानिवृत्त हो चुकी थीं। लेकिन उन्हें अक्टूबर 2024 तक वेतन मिलता रहा। मानव संपदा पोर्टल पर सेवानिवृत्ति तिथि गलत अंकित होने के कारण यह गड़बड़ी सामने नहीं आ सकी। बीएसए शालिनी श्रीवास्तव को नवंबर में इसकी जानकारी मिली। इसके बाद वेतन मद में 7.26 लाख रुपए की वसूली कराई गई।
मामला तब और गंभीर हो गया जब 3 जुलाई को दिशा समिति की बैठक में बरहज विधायक दीपक मिश्र शाका और बीएसए के बीच आरोप-प्रत्यारोप हुआ। डीएम के निर्देश पर सीडीओ की अगुवाई में चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई।जांच रिपोर्ट में संविदा कर्मी सहायक लेखाकार दिवाकर मिश्र, सहायक कंप्यूटर ऑपरेटर कुलनंदन मिश्र और तत्कालीन बीईओ विजय पाल नारायण त्रिपाठी को दोषी पाया गया है। दोनों संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
वर्तमान में कुशीनगर में तैनात त्रिपाठी के विरुद्ध निलंबन और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। जांच में 2.31 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता भी सामने आई है। इस पर सीडीओ को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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