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करण जौहर की डांट ने सिखाया ‘प्लीज-थैंक्यू’: डायरेक्टर तरुण मनसुखानी ने सुनाया ‘कुछ कुछ होता है’ का किस्सा

Published on: June 30, 2025
करण जौहर की डांट
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मुंबई ! डायरेक्टर तरुण मनसुखानी, जो इन दिनों अपनी हालिया रिलीज़ फिल्म ‘हाउसफुल 5’ की सफलता को लेकर सुर्खियों में हैं, ने एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया है। दैनिक भास्कर से बातचीत में तरुण ने बताया कि कैसे करण जौहर से मिली डांट ने उनके सोचने का नजरिया बदल दिया।


🎥 ‘कुछ कुछ होता है’ के दौरान की सीख

तरुण ने बताया कि वह करण जौहर की सुपरहिट फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम कर रहे थे। फिल्म की ब्लॉकबस्टर सफलता के बाद उन्हें खुद पर इतना गुरूर हो गया कि उन्हें लगने लगा कि उन्होंने ही पूरी फिल्म बना डाली।

“छह महीने तक मैं खुद को सुपरस्टार समझता रहा। घरवाले भी मुझे वैसे ही ट्रीट कर रहे थे। मुझे लगने लगा कि मैं ही सब कुछ हूं, बाकी सब बेवकूफ हैं।”


😤 जब करण जौहर ने डांट लगाई

तरुण ने बताया कि इस एटीट्यूड को देखकर करण जौहर ने उन्हें जमकर डांट लगाई। उन्होंने कहा:

“करण ने मुझसे कहा, तुम पागल हो गए हो। एक फिल्म सैकड़ों लोगों की मेहनत से बनती है, कोई अकेले फिल्म नहीं बनाता।”

इसके बाद करण ने उन्हें उदाहरणों के जरिए समझाया कि कैसे राइटर, कैमरामैन, स्पॉटबॉय से लेकर एक्टर तक, सभी का योगदान बराबर होता है।


🙏 ‘प्लीज’ और ‘थैंक्यू’ की आदत

करण जौहर ने तरुण को एक सख्त हिदायत दी — “अब से जो भी बोलोगे, हर वाक्य में ‘प्लीज’ और ‘थैंक्यू’ जरूर जोड़ोगे।”

“अगर मैं पानी मांगता, तो कहता – दादा प्लीज एक पानी दे दो। और मिलते ही थैंक्यू कहता। आज ये शब्द मेरी आदत बन चुके हैं।”

तरुण ने माना कि यह सीख न सिर्फ पेशेवर जीवन बल्कि निजी जीवन में भी उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण सबक बनी।


🎞️ करण जौहर से दोस्ती अब भी बरकरार

करण जौहर के साथ तरुण का रिश्ता अब भी मजबूत है। वह आज भी करण को एक मेंटोर और गाइड मानते हैं। दोनों ने साथ में ‘दोस्ताना’ जैसी फिल्में दी हैं और बॉलीवुड में अपने-अपने क्षेत्र में खास पहचान बनाई है।


📝 निष्कर्ष:

तरुण मनसुखानी की यह कहानी न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वालों के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह सिखाती है कि एहंकार से नहीं, विनम्रता से बड़ी फिल्में बनती हैं।

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